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किसान सावधान: सरसों एवम् राई में यह खास किस्म का घास धीरे धीरे कर सकता है खत्म, तुरंत करें प्रबंधन

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समय सरसों एवम् राई में फूल तकरीबन आ चुकी है एवं पकाने की अवस्था की ओर पहुंच चुकी है, रबी सीजन में बुवाई की जाने वाली सरसों की फसल इस सीज़न की प्रमुख फसल है, तिलहन फसलों में इसका स्थान प्रमुख रूप से आता है, उत्तर से पश्चिम भारत तक सरसों की खेती होती है, जो की नकदी फसल में महत्वपूर्ण है।

सरसों एवम् राई की फसल में एक परजीवी घास का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जो सरसों एवं राई की फसल को धीरे-धीरे खत्म करने के लिए जाना जाता है ऐसे में उत्पादन में भी कमी देखने को मिल सकती है, यह घास जी भी फसल में हो जाता है उसे फसल को धीरे-धीरे खत्म करने लगता है यह घास ओरोबैंकी घास के नाम से जाना जाता है इसके अलावा इसे आग्या, देवकुलंकी मुला आदि नाम से स्थानीय लोगों द्वारा जाना जाता है, जो सरसों एवम् राई की फसल में उग जाता है, इसको इन फसलों को नुकसान पहुंचाने में बहुत हानिकारक माना गया है।

इस प्रकार ओरोबैंकी घास सरसों एवम् राई को पहुंचाता है नुकसान

जिस समय सरसों एवम् राई की फसल में फूल आने शुरू हो जाते हैं या फिर यह फलियां एवं पकने के समय में पहुंच जाती है, उस समय यह घास फसल की जड़ों में उगने लगता है, जो सरसों एवं राई की जड़ों में मौजूद नमी एवं पानी की मात्रा को सोख लेता है साथ में लवण को भी यह का सोख लेता है, क्योंकि यह खास अधिक गर्मी में मौजूद होता है, फसल में पानी या नमी की मात्रा जैसे ही कम होने लगती है, जिसके कारण सरसों एवम् राई की फसल भी सूखने लगती है, यदि इस घास का प्रकोप सरसों और राई में दिखे इसका तुरंत प्रबंधन करें।

 

सरसो एवं राइ में जब फल पकने का समय होता है। या फिर फूल आने की अवस्था होती है। उस समय ये ओरोबैंकी घास इनकी जड़ो में उगने लगती है और सरसो एवं राइ की जड़ो से ये घास पानी को सोख लेती है। साथ में लवण को भी सोख लेती है। इस घास में काफी अधिक गर्मी होती है। जिसके चलते सरसो एवं राइ की फसल में जो पानी की जरूरत होती है वो ये घास पूर्ण नहीं होने देती है पानी को खुद सोख लेती है। और फसल खत्म होने लगती है। यदि आपके खेत में ये घास हो चुकी है तो इसको उखड कर फेक दे। यदि बड़े पैमाने पर ये घास खेत में हो गई है तो फसल चक्र में बदलाव करे। ये घास सरसो की फसल में ही देखने को मिलती है

ऐसे करें इस घास को खत्म

ओरोबैंकी घास जैसे ही सरसों राई की फसल में फैलने लगता है जो फसल को धीरे धीरे खत्म करता है यानी यह इन फसलों को भोजन के रुप में उपभोग करता है डॉक्टर प्रवीण कुमार द्विवेदी ने हाल ही में बताया है कि ओरोबैंकी घास के प्रकोप को रोकने हेतू किसान साथी नियमित फसल चक्र अपनाए, यानि किसान साथी अगले साल रबी सीजन में सरसों की बजाय अन्य फसलों की बुवाई करे, जिसके कारण इस घास से छुटकारा मिल सकता है ।

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Web Desk

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